टॉक्सिक रिलेशनशिप क्या है और कैसे पहचानें कि कोई व्यक्ति टॉक्सिक है??
आजकल यह टर्म बहुत प्रचलित है। कई कपल्स ऐसे हैं जो आज भी ऐसे रिश्ते में जी रहे हैं, जहां उनका पार्टनर उन्हें मानसिक, शारीरिक तौर पर खूब हानि पहुंचा रहा है। लेकिन फिर भी वह उस रिश्ते को निभाने की पूरी कोशिश में जुटे हैं ऐसे रिश्ते को टॉक्सिक रिलेशनशिप कहा जाता है। इन पार्टनर्स के बीच खूब लड़ाई झगडे, अविश्वास, ब्लेमिंग और अब्यूज चलती रहती है। थोड़ा बहुत मनमुटाव और बहस हर रिश्ते में कॉमन है लेकिन अगर आप लगातार मानसिक रूप से थके और संदेह की अवस्था में रहने लगे हैं तो यह रिश्ते के टॉक्सिक होने की निशानी है।
अब कैसे पहचानें कि कोई टॉक्सिक है?
एक टॉक्सिक पर्सन में निम्न में से कोई एक या अधिक लक्षण हो सकते हैं-
1. कंट्रोल - आपका पार्टनर आपको हर वक्त कंट्रोल करने की कोशिश करे...ये काम मत करो, उससे बात मत करो, घरवालों से कम मिलो, जहां भी जाओ बताकर जाओ, कब खाना खाया, कब नहाने जा रहे जैसी हर बात को बताए जाने की डिमांड करता है, तो यह एक टॉक्सिक रिलेशनशिप है। आप अपने लिए कोई डिसीजन ख़ुद नहीं ले सकते। इसे केयर का नाम दिया जाता लेकिन यह सब केयर नहीं बल्कि यह चीज़ें दर्शाती हैं कि आपकी लाइफ पर आपका नहीं बल्कि पार्टनर का कंट्रोल है और ये एक स्वस्थ रिश्ते के लिए बिल्कुल सही नहीं है।
2. बात बात पर झगड़ना - अगर आपका पार्टनर हर एक बात पर आपसे झगड़ने के बहाने ढूंढ़ता रहता है। आपको ताने मारता रहता है, नीचा दिखाता रहता है। आप समझाने की कोशिश करते रहते हैं और वो छोटी सी छोटी बात को बहुत बड़ा बना देता है तो यह एक टॉक्सिक रिलेशनशिप है और आपके मानसिक स्वास्थ्य के लिए खतरा है।
3. अविश्वास - आपका पार्टनर आप पर शक करता है। उसे आपके फोन, ईमेल, सोशल साइट्स सब चेक करना रहता है। और यह सब करने के बावजूद वह नित नए आरोप लगाता है। आप सफाइयां देते रहते हैं लेकिन वह मानने को तैयार नहीं होता। जब आप किसी रिश्ते में बिना जरूरत बार बार माफ़ी मांगने और सफाइयां पेश करने लगें तो यह एक स्वस्थ रिश्ता नहीं है।
4. जलन की भावना - जब आप हेल्दी रिलेशनशिप में होते हैं तो आपका पार्टनर हर हाल में आपके साथ होता है और आपकी बेहतरी, लक्ष्य हासिल करने में आपकी हेल्प करता है, आपकी उपलब्धियों पर खुश होता है। लेकिन टॉक्सिक पार्टनर न तो कभी कोई हेल्प करते हैं न ही आपकी उपलब्धि पर खुश होते हैं। बल्कि आपके अचीवमेंट को लेकर उनके मन में जलन की भावना आती है और वो आपकी उपस्थिति, क्षमताओं या निर्णयों की आलोचना करता है और आपको कमतर होने का एहसास कराकर आपके आत्मसम्मान को लगातार कम करने की कोशिश करता है।
5. मानसिक या शारीरिक हिंसा - रिलेशनशिप में शारीरिक हिंसा बिल्कुल साफ कर देती है कि आप एक टॉक्सिक रिश्ते में हैं। लेकिन पार्टनर को लगातार नीचा दिखाना, अपमान करना, धमकी देना, इग्नोर करना, कई दिनों के लिए बातचीत बंद कर देना, ऐसे बर्ताव करना जिससे आपको दुख पहुंचता हो यह मानसिक हिंसा है और यह भी टॉक्सिक रिश्ते का लक्षण है।
6. बहाना बनाना - आपका पार्टनर आपसे चीटिंग करता है। आपको अपने परिवार/ दोस्तों/भविष्य को लेकर बनाई जाने वाली योजनाओं के बारे में नहीं बताता, बहला देता है। जब आपको उसकी ज़रूरत है तो कुछ न कुछ बहाने बनाता है। कभी आप उसका झूठ पकड़ लें तो फौरन नया बहाना क्रिएट कर देता है। ऐसे रिश्ते का मतलब है कि आपका पार्टनर सिर्फ़ आपकी भावनाओं के साथ खेल रहा है।
7. उपहास उड़ना- आपका पार्टनर अपने दोस्तों, कलीग्स, परिवार के सामने आपका मज़ाक बनाता है। आपके बारे में दूसरों से झूठ फैलाता है और मौक़ा मिलने पर आपकी गलत इमेज बनाने से भी पीछे नहीं हटता तो फौरन समझ जाना चाहिए वह इंसान टॉक्सिक है।
इसके अलावा कुछ और चीजें हैं जो रिश्ते को अनहेल्दी और टॉक्सिक बनाती हैं -
8. गैसलाइटिंग - गैसलाइटिंग का असली मतलब है किसी इंसान के अंदर सेल्फ डाउट भर देना। आपका पार्टनर आपके साथ मनोवैज्ञानिक तौर पर खेलता है और आपको अपनी ही सोच, यादों, सच्चाई, ख्यालों, फैसलों पर सवाल करने को मजबूर कर देता है। जिन लोगों के साथ गैसलाइटिंग होती है वो हमेशा कंफ्यूज, एंग्जाइटी से भरे हुए, घबराए हुए रहते हैं।
Gaslighting टर्म 1938 के एक प्ले और उसी पर बनी 1944 की एक फिल्म 'गैसलाइट' से आया है। इस प्ले में पति अपनी पत्नी को लगातार भ्रमित करता है और उसे यह सोचने पर मजबूर करता है कि उसकी दिमागी हालत खराब है।
9. लवबॉम्बिंग - रिश्ते की शुरुआत में ही अचानक से आपको प्यार से लबरेज़ कर देना। आपको बहुत ज्यादा प्यार दिखाया जाएगा, ख़ुद ही सॉरी बोलकर आपको दो मिनटों में मना लेगा, हर चीज में वो आपको सिर्फ और सिर्फ अच्छा कॉम्प्लीमेंट देगा। आपको फूल भेजेगा, उपहार भेजेगा। आपको ऐसा लगने लगेगा कि जैसे उस इंसान से अच्छा इस दुनिया में कोई नहीं है, वो परफेक्ट मैच है और वो आपकी जिंदगी में पहले क्यों नहीं आया या आई।
कुछ मुख्य वाक्यांश जिनका वे उपयोग कर सकते हैं उनमें शामिल हैं:
"मैं तुमसे जुड़ी हर चीज से प्यार करता हूं।"
"मैं आप जैसे परिपूर्ण व्यक्ति से कभी नहीं मिला।"
"आप एकमात्र व्यक्ति हैं जिसके साथ मैं समय बिताना चाहता हूँ।"
"हम एक साथ रहने के लिए पैदा हुए थे।"
"यह किस्मत है कि हम मिले।"
"मुझे इतने अच्छे से आज तक किसी ने नहीं समझा ।"
"हम जीवन साथी हैं।
लव बॉम्बिंग शुरू में अच्छी लग सकती है लेकिन अक्सर ये प्यार मैनिपुलेशन (Manipulation) के साथ किया गया होता है। शुरू में अपने सेल्फरेस्पेक्ट को वो बिल्कुल किनारे करके रखते हैं और बाद में फिर वो आपकी जिंदगी को कंट्रोल करने लगते हैं। अगर आप उन्हें स्लो होने के लिए कहने की कोशिश करते हैं, तो वे परेशान हो जाते हैं। आप उन्हें कितना भी समय और पहुंच देते हैं, उन्हें यह कभी पर्याप्त नहीं लगता है। वे अकेले रहना बर्दाश्त नहीं कर सकते। आप उनके हर मैसेज का उत्तर तुरंत देने के लिए बाध्य महसूस करते हैं क्योंकि उन्होंने आपको वह महंगा आईफोन उपहार में दिया है। जब उनके मुताबिक चीजें नहीं होती है तो वो बदतमीजी और नीचेपन पर आ जाते हैं। जैसे ही आप उनके व्यवहार की वजह से उनसे दूर होने का प्रयत्न करते हैं वे फिर प्यार की वर्षा कर देते हैं।
10. ट्रॉमाबॉन्डिंग - ट्रॉमा बॉन्डिंग वह लगाव है जो एक दुर्व्यवहार सहने वाला व्यक्ति अपने दुर्व्यवहार करने वाले के लिए महसूस करता है और उसे छोड़ नहीं पाता। इसमें टॉक्सिसिटी के तमाम रूप शामिल होते हैं लवबॉम्बिंग, अब्यूज, मैनिपुलेशन, गैसलाइटिंग etc। अंतिम स्तर तक आते आते इसमें दूसरे व्यक्ति को पूरी तरह स्वयं पर निर्भर बना लिया जाता है। हर अब्यूज के बाद उन्हें अत्यधिक प्यार दिया जाने लगता है, उनसे कभी भी दुर्व्यवहार न दोहराने का वादा किया जाता है और पीड़ित का विश्वास बार-बार हासिल किया जाता है। इस तरह यह एक एंडलेस चक्र की भांति हो जाता है।
11. घोस्टिंग– किसी से कुछ दिन तक अच्छे से बात करना और फिर एकदम ही कट ऑफ कर देना/ हर जगह से ब्लॉक कर देना। ऐसा करते समय उस इंसान को कोई वॉर्निंग या फिर किसी तरह का कोई एक्सप्लेनेशन नहीं दिया जाता है जिसे आप कट ऑफ कर रहे हैं। जो इंसान कट ऑफ होता है वो हमेशा इसके बारे में सोचता रह जाता है कि हुआ क्या।