Zakir Khan Shayari
Zakir Khan, an Indian stand-up comedian, is known for his witty and relatable humor, which often includes poignant and insightful lines.
1. जिंदगी का सफर है रंगीन,
रंगों में भरी है हर पल की कहानी।
2. खुद को समझाने का सफर है ये,
हर रात को चांदनी की खोज में बसे हैं हम।
3. दर्द की गहराईयों में छुपी है जिंदगी की मिठास,
हंसते हैं तो हंसी से, रोते हैं तो अल्फाज़ से।
4. रात की राहों में गुम हो जाएं,
सपनों की छाँव में खो जाएं।
5. ज़िन्दगी के कुछ पल अनमोल होते हैं,
बातें अजनबी होती हैं, मगर जज्बात सारे जानते हैं।
6. मुस्कुराहट की कीमत अनमोल होती है,
हर दर्द के पीछे छिपी खुशियाँ खोजना ज़रूरी होता है।
7. रात के सितारों की तलाश में जिंदगी निकाल ली,
मुसाफिर हूं इस खोज में, खुद से मिलने के इंतजार में।
8. किसी को खोकर पाने की तलाश में,
खुद को खो बैठे हैं, जिंदगी के किनारों में।
9. मोहब्बत का सफर है ये,
जिंदगी का सबसे अनमोल हिस्सा है ये।
10. रिश्तों के मेलों की सफरी में,
खुद को खो बैठे हैं, अपनी रूह के सफर में।
11. ज़िन्दगी की हर राह में मिलता है मुसाफिर,
खुद को खो बैठे हैं, अपनी कहानी के साथ निराशा के इस सफर में।
12. हार्दिक भावपूर्ण संवेदना के साथ,
हास्य का सफर निरंतर जारी रहे।
13. रोज़ खोया जा रहा हूँ मैं,
अपनी कविता के बेताब अक्षरों में।
14. खुद को खोजने की तलाश में,
अपनी हंसी के पीछे छुपे आंसूओं में।
15. ज़िंदगी के सफर में खो गये हैं,
अपनी हंसी के पीछे छुपे आंसूओं में।
16. अपने अंदर की जंगली रहस्यों को खोजते हुए,
हंसी की छाया में छुपी सच्चाई को ढूँढते हैं।
17. रिश्तों के जंगली रहस्यों में,
खुद को खोजते हुए, अपने स्वरूप की खोज में।
18. ज़िंदगी के राज़ में खो गए,
अपनी मुस्कान के पीछे छुपी दुखी आँखों में।
19. रात की चाँदनी में खोजते हुए,
अपनी आँखों की कहानी को खोजते हुए।
Zakir Khan Shayari
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